PNN/ Faridabad: सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा (sarv karamchari sangh haryana) ने हिसार में किसानों पर पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज करने व आश्रु गैस का इस्तेमाल करने की घोर निन्दा की है। इस लाठीचार्ज में बुजुर्ग महिला किसानों को भी नहीं बख्शा गया और उन्हें गंभीर चोटें आई। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने भाजपा की आईटी सेल द्वारा अस्पताल पर किसानों का हमला बताकर लाठीचार्ज करने पर पुलिस की पीठ थपथपाने पर भी कड़ी नाराजगी व्यक्त की। संघ ने संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा 26 मई के काले दिवस का भी पुरजोर समर्थन का ऐलान किया है।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री, जिला प्रधान अशोक कुमार, सचिव बलबीर सिंह बालगुहेर व प्रेस सचिव राजबेल देसवाल ने कहा कि किसान कभी भी अस्पताल पर हमला नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि किसान तो तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जनवादी एवं लोकतांत्रिक तरीके से मुख्यमंत्री के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर काले झंडे दिखाने जा रहे थे। उन्होंने कहा कि अस्पताल का उद्घाटन आनलाइन भी किया जा सकता था। लेकिन ऐसा लगता है कि किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए ऐसा टकराव योजनाबद्ध तरीके से किया गया था। ताकि अस्पताल पर हमला बताकर किसानों पर लाठीचार्ज किया जा सके और उन्हें बदनाम किया जा सके। उन्होंने मुख्यमंत्री से केन्द्र सरकार से बातचीत कर तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर किसानों के आंदोलन को समाप्त करवाने का आग्रह किया।
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