बी.एम कॉन्वेंट स्कूल के बच्चे जाने इसलिए मनाया जाता है बसंत पंचमी
PNN/ Faridabad: सरपंच चौक स्थित, बी.एम. कॉन्वेंट स्कूल में आज बसंत पंचमी पर्व हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया. कोरोनाकाल की वजह से हालांकि स्कूल कैंपस में बच्चों की जमावड़ा कम देखने को मिला, लेकिन पर्व की रस्मअदायगी और इसके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया.
इस दौरान स्कूल के डायरेक्टर सुनील गौतम ने सर्वप्रथम मां सरस्वती की प्रतिमा के समीप दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर सुख-समृद्धि कि आशीष मांगा.
सुनील गौतम ने बच्चों को बसंत पंचमी पर्व की महत्वता और मां सरस्वती की पूजा के बारे में बताते हुए कहा कि बसंत सभी मौसम का राजा माना जाता है. हिंदु पौराणिक कथाओं में प्रचलित एक कथा के अनुसार, भगवान ब्रह्मा ने संसार की रचना की. उन्होंने पेड़-पौधे, जीव-जन्तु और मनुष्य बनाए, लेकिन उन्हें लगा कि उनकी रचना में कुछ कमी रह गई. इसीलिए ब्रह्मा ने अपने कमंडल से जल छिड़का, जिससे चार हाथों वाली एक सुंदर स्त्री प्रकट हुई. उस स्त्री के एक हाथ में वीणा, दूसरे में पुस्तक, तीसरे में माला और चौथा हाथ वर मुद्रा में था. ब्रह्मा ने इस सुंदर देवी से वीणा बजाने को कहा. जैसे वीणा बजी भगवान ब्रह्मा की बनाई हर चीज़ में स्वर आ गया, तभी ब्रह्मा ने उस देवी को वाणी की देवी सरस्वती नाम दिया, वह दिन वसंत पंचमी का था. इसलिए हर साल वसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती का जन्मदिन मनाया जाने लगा और उनकी पूजा की जाने लगी.
वही स्कूल की प्रिंसिपल नीलम धीमान व अध्यापकों ने भी बच्चों को बसंत पर्व के बारे में बताएं. अंत में बच्चों को प्रसाद वितरण किया गया.
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