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UP में AIMIM इस पार्टी के साथ कर सकती है गठबंधन, SP को भी साथ आने की अपील

AIMIM

PNN/ Lucknow: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से गठबंधन के समीकरण साधे जा रहे हैं. शनिवार को एक बार फिर शिवपाल यादव और असदुद्दीन ओवैसी की मुलाकात हुई. ये मुलाकात आजमगढ़ में एक शादी समारोह के दौरान हुई. इन दोनों नेताओं की मुलाकात उत्तर प्रदेश में बन रहे नए सियासी गठबंधन के मद्देनजर देखा जा रहा है.

देश के कई राज्यों के विधानसभा चुनाव में सियासी पार्टियों का समीकरण बिगाड़ने वाली एआईएमआईएम (AIMIM) की निगाहें अब यूपी विधानसभा चुनाव पर है. उत्तर प्रदेश में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) गठबंधन की जमीन तैयार कर रहे हैं. इसी क्रम में शनिवार को उन्होंने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (PSP) के मुखिया शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) से मुलाक़ात की. मुलाक़ात के बाद शिवपाल यादव ने संकेत दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी ओवैसी के साथ गठजोड़ कर लड़ेगी.

दरअसल, दोनों नेता शनिवार को AIMIM के यूपी अध्यक्ष शौकत अली की बेटी की शादी में आजमगढ़ पहुंचे थे. माहुल कस्बे के रफी अहमद कॉलेज में आयोजित शादी समारोह में दोनों नेताओं की काफी देर तक बातचीत चली. माना जा रहा है कि ये मुलाकात गठबंधन के लिहाज से अहम है. इस दौरान प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि  बीजेपी को उखाड़ फेकने के लिए समाजवादी परिवार को एकजुट होने की जरूरत है.

अखिलेश से भी साथ आने की अपील

शनिवार को देर शाम आज़मगढ़ जिले के माहुल कस्बे में पहुंचे प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव और असदुद्दीन ओवैसी, एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली की बेटी की शादी में शरीक हुए. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच मुलाकात भी हुई. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि वे शादी समारोह में आये हैं, लेकिन उनकी एआईएमआईएम के अध्यक्ष के साथ बैठक हुई है. वे पहले ही कह चुके है कि समान विचारधारा और सभी धर्मनिरपेक्ष शक्तियों के लोग देश और प्रदेश से बीजेपी की सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे.

उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए समाजवादी परिवार को एकजुट होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी कह चुके हैं कि सबको इकठ्ठा करें. उसमें हमको भी साथ लें, लेकिन वे अपनी पार्टी का विलय किसी भी सूरत में समाजवादी पार्टी में नहीं करेंगे, बल्कि गठबंधन करेंगे.

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