
PNN/ Faridabad: राष्ट्रीय और प्रांतीय आईएमए के आह्वान पर फरीदाबाद के सभी अस्पतालों की ओपीडी सर्विसेज 11 दिसंबर को बंद रखी जाएंगी।
उक्त जानकारी मीडिया कर्मियों से साझा करते हुए डॉ पुनीता हसीजा, प्रेसिडेंट आईएमए फरीदाबाद और जिला मीडिया प्रभारी आईएमए डॉ सुरेश अरोड़ा ने कहा कि 19 नवंबर 2020 को सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है, जिसमें आयुर्वेद के डॉक्टरों को मॉडर्न मेडिसिन की सर्जरी करने की अनुमति प्रदान की गई है। आईएमए इसका घोर विरोध करती है। आईएमए का मानना है कि इससे मरीजों को नुकसान होने का डर है और इसके दुष्परिणाम होंगे।
हमारा यह मानना है कि एक छोटे से समय में इस तरह की सभी शल्य क्रियाओं का प्रशिक्षण देकर आयुर्वेद के डॉक्टरों को शल्यक्रिया की अनुमति देना अपरिपक्व शल्य चिकित्सक बनाने की ओर अग्रसर होने वाली बात है।
हमारी आयुर्वेद से और आयुर्वेदिक डॉक्टरों से कोई खिलाफत नहीं है। हम यह चाहते हैं कि सरकार आयुर्वेद को बढ़ावा दें। उसमें रिसर्च की जाए और उसी को ही आगे ले जाया जाए। ताकि आयुर्वेद की शुद्धता बरकरार रहे, लेकिन आयुर्वेद को और एलोपैथी को मिक्स करके मिक्सोपैथी को बढ़ावा न दें।
डॉ पुनीता हसीजा व डॉ. सुरेश अरोड़ा ने बताया 8 दिसंबर को 2 घंटे की प्रदर्शन के बाद अपने विरोध को जारी रखते हुए अब 11 दिसंबर का बंद सुबह 6.00 बजे से शाम के 6.00 बजे तक चलेगा। इसमें सभी अस्पतालों की ओपीडी सर्विस बंद रखी जाएगी। केवल इमरजेंसी और कोरोना कार्य को ही चालू रखा जाएगा।
यह भी पढ़ें-
हरियाणा में 14 दिसंबर से खुलेंगे स्कूल, शर्तें लागू
