
PNN/ Faridabad: सेक्टर-16ए स्थित सनफ्लैग अस्पताल (SunFalg Hospital) को कोई खरीदार नहीं मिल रहा है। दूसरी बार भी अस्पताल लीज पर लेने के लिए पर्याप्त आवेदन नहीं आए। इसलिए अब तीसरी बार टेंडर लगा दिए गए हैं। इन्हें 25 नवंबर के आसपास खोला जाएगा। जून 2021 में भी प्राधिकरण की ओर से अस्पताल को निजी हाथों में सौंपने के लिए टेंडर आमंत्रित किए थे, लेकिन किसी कारणवश ऐसा नहीं हो सका। सनफ्लैग अस्पताल को निजी हाथों में देने का विरोध हो रहा है। कई संस्थाएं इसका खुलकर विरोध कर रही हैं। संस्थाओं की मांग है कि इस अस्पताल का संचालन स्वास्थ्य विभाग खुद करे ताकि लोगों को निश्शुल्क सुविधाएं मिल सकें। बता दें कुछ साल पहले सनफ्लैग अस्पताल को एसआरएस रियल एस्टेट ग्रुप ने खरीदा था। बाद में इसे हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने जब्त कर लिया था। फिलहाल अस्पताल की इमारत पूरी तरह से जर्जर है। प्राधिकरण की प्रशासक मोनिका गुप्ता ने बताया कि दोबारा टेंडर कर दिए हैं।
एक सप्ताह में पूरे हों अस्थायी अस्पताल संबंधी कार्य : उपायुक्त
शहर की आबादी तेजी से बढ़ रही है, लेकिन सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं नाकाफी हैं। इसलिए यह बेहतर मौका है कि सनफ्लैग अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग टेकओवर कर ले। इससे हजारों जरूरतमंद लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। इस बारे में कन्फेडरेशन की ओर से विरोध दर्ज कराया जा चुका है। आगे भी विरोध करते रहेंगे।
– गजराज नागर, वाइस चेयरमैन, कन्फेडरेशन आफ आरडब्ल्यूए।
सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का बढ़ना बहुत जरूरी है। इसका उदाहरण कोरोना काल में देख चुके हैं। निजी अस्पतालों ने खूब लूट-खसोट मचाई है। अब यदि सनफ्लैग भी निजी हाथों में दे दिया तो यहां भी लूट-खसोट शुरू हो जाएगी। जनहित में सरकार को यह निर्णय लेना बहुत जरूरी है।
– सुबोध नागपाल, महासचिव, सेक्टर-29 आरडब्ल्यूए।
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