PNN/Faridabad: पश्चिम बंगाल सरकार के जलसंपदा विभाग ने राज्य के उन सभी 84 ब्लॉकों में प्यूरीफाइड पानी सप्लाई करने का निर्णय लिया है जो आर्सेनिक प्रभावित क्षेत्र के रूप में चिन्हित हैं। शुक्रवार को विभाग की ओर से विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी गई है।
इसमें बताया गया है कि अार्सेनिक संक्रमित पानी की समस्याओं से निपटने के लिए राज्य सरकार ने प्रतिबद्धता जताई है और उन सभी क्षेत्रों में नदियों के पानी को प्यूरिफाई कर आपूर्ति करने का निर्णय लिया गया है, जो आर्सेनिक प्रभावित क्षेत्र के रूप में चिन्हित किए गए हैं।
इस सूची में उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, बांकुड़ा और पुरुलिया के अधिकतर क्षेत्र शामिल हैं। विज्ञप्ति के मुताबिक राज्य के 83 ब्लॉक में पानी आर्सेनिक युक्त है। उनमें से अधिकतर उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिलों में हैं। ट्यूबवेल के जरिए जमीन के नीचे से इस पानी को निकालकर पीने वाले लोगों को तमाम तरह की बीमारियां होती हैं।
इसके निदान के लिए राज्य सरकार ने बारहमासी नदियों से पानी लेकर उसे शुद्ध करती है और इन क्षेत्रों में सप्लाई शुरू की जा रही है। उदाहरण के लिए, बांकुड़ा और पुरुलिया जिलों में, सरकार ने सफलतापूर्वक डीवीसी से पानी को शुद्ध कर लोगों तक पाइपलाइन के जरिए आपूर्ति की गई है ताकि वहां के लोग भी आर्सेनिक युक्त पानी को पीने से बचें।
विज्ञप्ति के मुताबिक पाइपलाइन के जरिये र्सेनिक युक्त पानी युक्त क्षेत्रों में शुद्ध पानी की आपूर्ति की प्रक्रिया भी समय लेने वाला है इसलिए विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) राज्य सरकार को आर्सेनिक रोकथाम के लिए परियोजनाएं पूरी करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।
इसके साथ ही राज्य सरकार ने गैर सरकारी संगठनों और निजी कंपनियों को भी आर्सेनिक मुक्ति अभियान से जुड़ने की अपील कर चुकी है।