
मनीषा के दुष्कर्मीयों को बचाने के लिए भाजपा सरकार ने दफन कर दी सारी राज: रतनपाल चौहान
PNN/ Faridabad: हाथरस की बिटिया व दुष्कर्म पीड़िता को न्याय दिलाने के लिया गुरुवार को शहर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए गए। इस दौरान सभी ने आरोपियों को फांसी की सजा देनी की मांग करते हुए कहा कि जब तक आरोपियों को सख्त से सख्त सजा नहीं मिलेगी, बेटियां सुरक्षित नहीं रह पाएंगी।
इसी कड़ी में वरिष्ठ समाजसेवी दीनदयाल गौतम और रतनपाल चौहान के नेतृत्व में दलित समाज के सैकड़ों लोगों ने आज बाटा चौक से बीके चौक होते हुए अंबेडकर चौक तक प्रदर्शन करते हुए पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की। वहीं पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता की मांग की।
इस मौके पर मीडिया कर्मियों से बात करते हुए दीनदयाल गौतम ने कहा कि गांव की बेटी के साथ गांव के ही कुछ लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। बर्बरतापूर्वक हमला कर बूरी तरह घायल कर दिया। 15 दिनों तक जिंदगी से संघर्ष करते हुए 29 सितंबर को मनीषा की मौत हो गई। पुलिस ने बिना परिजनों की स्वीकृति के रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार तक कर दिया। समाजसेवी गौतम ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने, फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चलाने, दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने, दोषियों को फांसी देने की मांग की।
वहीं रतनपाल चौहान ने मनीषा प्रकरण में केंद्र व यूपी सरकार पर कई सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार ने दुष्कर्मियों एवं हत्यारों को बचाने के लिए पीड़िता का इलाज सही तरीके से नहीं कराया। न ही गहनता से उसका मेडिकल परीक्षण करवाया गया। आखिरकार सारे राज को दफन कर दिया गया। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में केंद्र व यूपी सरकार व यूपी प्रशासन की पोल खुली है। देश के लोग बेटियों की सुरक्षा के लिए सड़कों पर हैं। विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी कि यदि हाथरस की बेटी को न्याय नहीं मिला, तो इस आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर लड़ा जाएगा।
रतनपाल चौहान ने मांग की है कि पीड़िता का शव आधी रात को परिवार की मौजूदगी के बिना लावारिसों की तरह जलाने के लिए हाथरस जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को निलंबित किया जाए। इसके अलावा पीड़िता के परिजनों के साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ भी तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने मांग की है कि नैतिकता के आधार पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पद से इस्तीफा देना चाहिए।
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