PNN/ Faridabad: 33वें सूरजकुंड मेले में जहां देशी विदेशी नृत्य की धूम मची है वहीं सैंकड़ों स्टालों में पर्यटक अपना मनचाहा सामन खरीद रहे हैं जो अमूमन बाजारों में उपलब्ध नहीं होता है। ऐसे रंगीन माहौल से परे स्कूलों के नन्हें छात्र-छात्रों ने हाथ में पर्यावरण बचाने व जल संरक्षण का सार्थक सन्देश लिखी हुयी तख्तियां हाथों में लिए मेले में प्रभात फेरी निकाल रहे हैं।
आज जब मेले का आगाज हुआ तो कालका पब्लिक स्कूल के नन्हे विद्यार्थियों ने बड़ी चौपाल के सामने से प्रभात फेरी की शुरुवात करते हुए घूमने आये पर्यटकों को पर्यावरण बचाने का सार्थक सन्देश दिया।
प्रभात फेरी बड़ी चौपाल से होकर छोटी चौपाल, फूड कोर्ट शिवाजी किला तथा सभी मार्गों से गुजरते हुए मुख्य मार्ग गेट नंबर 1 पर समाप्त हुई। इस दौरान सभी बच्चे उनके स्वयं द्वारा बनाये गए स्लोगन लिखी तख्तियां, जूट के थैले व अन्य सन्देश लिखे मॉडल हाथों में उठाये हुए थे।
इन सभी पर प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग करने तथा गत्ते अथवा जूट के थैले का प्रयोग करने की अपील अंकित थी। बच्चों ने मेले में आये सभी पर्यटकों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग करने के साथ ही जल संरक्षण की भी अपील की।