
PNN/Faridabad: यूजीसी ने एक बड़ा फैसला लिया है इस फैसले के हिसाब से पीएचडी की पढ़ाई रेगुलर मोड़ से ही होगी। यूजीसी ने पब्लिक नोटिस के माध्यम से कहा कि पीएचडी थीसिस की जांच दो बाहरी परीक्षक करेंगे। यूजीसी सचिव प्रो. रजनीश जैन की ओर से यह नोटिस पीएचडी में पढ़ रहे एवं दाखिला लेने वाले सभी विद्यार्थियों के लिए जारी किया गया है।
प्रो. जैन के मुताबिक, विश्वविद्यालय और छात्रों के सवालों को 14 नवंबर को आयोजित काउंसिल की बैठक में उठाया गया था। इसी के तहत पीएचडी स्कॉलर्स को दो रिसर्च पेपर प्रकाशित करने होंगे। इसमें से एक रिसर्च पेपर यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त जर्नल में प्रकाशित करना होगा। स्कॉलर्स को कांफ्रेंस या सेमिनार में अपने काम की प्रजेंटेशन देनी पड़ेगी।
क्या है यूजीसी
university Grants Commission अथवा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग है, यह भारत सरकार का ही एक उपक्रम है जो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों को अनुदान देती है तथा यह एक ऐसी संस्था है जो भारत की शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए कार्य करती है।
