शिमला में दोस्त का बर्थडे मनाने गए चार युवकों की मौत, दो की हालत गंभीर
PNN/Faridabad: शिमला रामपुर नेशनल हाईवे-5 पर ठियोग में मंगलवार की सुबह 7 बजे के करीब देवी मोड़ के पास एक इनोवा कार 250 मीटर गहरी खाई में जा गिरी, कार के खाई में गिरते ही उसके परखच्चे उड़ गए। इस दिल दहला देने वाले हादसे में चार युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। दो युवक गंभीर रूप से घायल हैं। जिनका शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार डीएसपी ठियोग रामलाल बंसल ने बताया कि सुबह 7:00 बजे के करीब यह हादसा हुआ। जब 6 लोग एक इनोवा गाड़ी में अपने दोस्त जसप्रीत का जन्मदिन मनाने के लिए नारकंडा जा रहे थे। ठंड ज्यादा होने के कारण सड़क पर बर्फ जमी हुई थी। गाड़ी चला रहे युवक राहुल को अचानक झपकी लगी जिस कारण कार का संतुलन बिगड़ गया और कार सीधे गहरी खाई में जा गिरी।

उन्होंने बताया कि सुबह के होने पर स्थानीय लोगों ने जब कार को देखा तो आनन-फानन में उन्होंने पुलिस को सूचित किया। जिसके बाद पुलिस दुर्घटना स्थल पर पहुंच गई जिसके बाद पुलिस और होमगार्ड के जवानों ने घंटों कड़ी मशक्कत के बाद मृतकों और घायलों को खाई से निकाला। पुलिस ने घटनास्थल को अपने कब्जे में लेते हुए चारों मृतक युवकों जसप्रीत पुत्र जैलदार, न्यू एक्सटेंशन कॉलोनी, नजदीक मोती राममास्टर पलवल, दीपक पुत्र रविंद्र सिंह, गांव कुराली तहसील वल्लभगढ़, फरीदाबाद, लोकेश पुत्र उदय सिंह, गांव तिबतिया पट्टी, अलावलपुर फरीदाबाद, अजयवीर पुत्र ओम प्रकाश, गांव व डाकघर उदयपुर अराहन, आगरा (यूपी) है जिनको पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय सरकारी अस्पताल के शव ग्रह भिजवा दिया एवं इस हादसे में दो अन्य युवक राहुल पुत्र राजवीर सिंह, 33/1 कृष्णा नगर, सेक्टर-20 एनआईटी फरीदाबाद,
रोहताश पुत्र राजपाल गांव पलवल, फरीदाबाद
गंभीर रूप से घायल हैं उन्हें आईजीएमसी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि दोनों युवकों की हालत अभी बेहद नाजुक बनी हुई है। वहीं पुलिस ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हुई कार दिल्ली से सटे हरियाणा राज्य के फरीदाबाद की है। उन्होंने बताया कि ये 6 युवक रॉयल मोटर्स बल्लभगढ़ में काम करते हैं।
सीट बेल्ट पहनने वालों की बची जान
आईजीएमसी शिमला में भर्ती घायल रोहताश ने पुलिस को दिए बयान बताया कि राहुल गाड़ी चला रहा था। मैं आगे वाली सीट पर बैठा था। दोनों ने सीट बेल्ट पहनी थी। जबकि चार अन्य दोस्त पीछे वाली सीटों पर बैठे थे।
आगे बैठे हम दोनों बच गए। राहुल ने खुद बताया कि उसे नींद का झोंका आ गया था। फरीदाबाद से शिमला तक बदल-बदलकर ड्राइव कर रहे थे। सभी थक भी गए थे। पिछले 13 घंटों से लगातार कार चला रहे थे।
