बिहार में BJP विधायक ने खुले में नमाज पर रोक की मांग की, CM नीतीश ने दीया यह जवाब
PNN/ Faridabad: हरियाणा के गुरुग्राम में खुले में नमाज (Namaz) को लेकर हंगामा जारी है. हर शुक्रवार को यहां स्थानीय लोग व हिंदू संगठनों से संबंधित लोग इसके विरोध में सड़कों पर उतर आते हैं. इसी क्रमें पूरे देश में अब तक कई मंत्री इस मुद्दे को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं. अब बिहार के मंत्री का नाम भी शामिल हो गया है. हाल में राज्य के मंत्रिमंडल में शामिल एक मंत्री ने सड़क पर नमाज पढ़ना बंद करने की बात का समर्थन किया था. इसके बाद भाजपा के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने भी इसकी मांग की थी. लेकिन, प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM nitish kumar) के बयान ने राज्य की सियासत में नया मोड़ ला दिया है. जनता दरबार के में सीएम के कार्यक्रम के बाद जब नीतीश कुमार से इस बात पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से बहुत कुछ कह दिया.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इन सब विषयों पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं. इन बातों को मुद्दा बनाए जाने का कोई मतलब नहीं. सभी लोग हमारे लिए एक समान हैं. सबको अपने ढंग से ध्यान रखना चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे कहा कि कहीं कोई पूजा करता है, कहीं गाता है. सभी के अपने-अपने विचार हैं. हम इन सब चीजों को ऐसा मानकर चलते हैं कि सबको अपने ढंग से करना चाहिए. अभी जब कोरोना को लेकर गाइडलाइन दिया गया था तो कोई बाहर नहीं जा रहा था. अब फिर कोरोना का दौर बढ़ेगा तो फिर से गाइडलाइन जारी होगी. कोई एक धर्म की बात नहीं है. सबको इसका ध्यान रखना चाहिए.
बता दें कि विधायक हरिभूषण ठाकुर ने पिछले दिनों हरियाणा की तरह ही बिहार में भी खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि खुले में नमाज पढ़ने का कोई मतलब नहीं है. विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा था कि जिस तरह हरियाणा की सरकार ने खुले में नमाज पर रोक लगाई है, बिहार में भी वैसा होना चाहिए.
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