सरकार युवाओं को नौकरी देने की बजाय छीन रही है उनकी नौकरियां: सुभाष लांबा
PNN/ Faridabad: सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने नव चयनित 146 जूनियर सिस्टम इंजीनियर (JSE) को नियुक्ति पत्र देने की बजाय भर्ती रद्द करने के फैसले को भद्दा एवं क्रूर मजाक करार दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से 146 नौजवानों के भविष्य को बर्बादी से बचाने के लिए मामले में तूरंत हस्तक्षेप करने और नव चयनित जेएसई को नियुक्ति पत्र जारी करवाने की मांग की।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने बताया की भाजपा-जजपा सरकार इससे पहले भी नियुक्ति का इंतजार कर रहे टीजीटी अंग्रेजी के 1035 व पीजीटी संस्कृत के 523 की भर्ती को रद्द कर चुकी है। उन्होंने कहा की लिखित परीक्षा पास करने के उपरांत नियुक्ति का इंतजार कर रहे 146 नव चयनित जूनियर सिस्टम इंजीनियर की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने इन्हें ज्वाइनिंग करवाने से इंकार करते हुए भर्ती रद्द करवाने का फैसला लिया है। जिसके चलते नव चयनित बेरोजगारों का मानसिक संतुलन बिगड़ रहा है और वह और उनके परिजन अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहें हैं। ज्वाइनिंग न करवाने का उक्त फैसला सोमवार को दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की आयोजित बोर्ड आफ डारेक्टर की मीटिंग में लिया गया। उन्होंने बताया कि इसकी भनक लगते ही नव चयनित 146 जूनियर सिस्टम अस्सिटेंट और उनके परिजनों में भारी आक्रोश फैल गया है। नव चयनित जूनियर सिस्टम इंजीनियर बिजली मंत्री व बिजली विभाग के एसीएम में मिलें है, लेकिन उन्होंने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया। उन्होंने कहा कि बेरोजगार नौजवान कोई परीक्षा पास करने के लिए सालों कड़ी मेहनत करते हैं और लाखों रुपए खर्च करते हैं। परीक्षा पास करने और चयन होने के बाद नियुक्ति पत्र मिलने की बजाय भर्ती रद्द हो जाए तो उन पर क्या बीतेगी,इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने सवाल किया कि क्या यही बिना खर्ची-बिना पर्ची एवं पार्दर्शिता से नौकरी देने का नया तरीका है?
क्या है पूरा मामला
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने बताया कि दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की रिक्वायरमेंट पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने 5 जुलाई, 2019 को जूनियर सिस्टम असिस्टेंट के 146 पदों का विज्ञापन जारी किया था। उन्होंने बताया की 30 हजार से ज्यादा बेरोजगारों ने आवेदन किया। उन्होंने बताया की 24 फरवरी, 2020 को लिखित परीक्षा ली गई। 6 नवंबर, 2020 को डाकूमेंटस वेरीफिकेशन का परिणाम घोषित किया गया और 24 मई को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने अंतिम परिणाम घोषित किया और नव चयनित जूनियर सिस्टम इंजीनियर की दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम को भेज दी। निगम ने भी आफर आफ अप्वाइंटमेंट देने की तैयारी शुरू कर दी। लेकिन अचानक सोमवार को बोर्ड आफ डारेक्टर की मीटिंग में ज्वाइनिंग न करवाने और भर्ती रद्द करने का फैसला लेकर 146 जेएसई व उनके परिजनों उम्मीदवारों के सपनों को चकनाचूर कर दिया है। जिसकी चौतरफा आलोचना हो रही है।
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