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जरूरतमंदों की मदद करना हमारा फर्ज और इंसानियत की पहचान है: मौ. अशरफ अली

PNN/ Faridabad: यह सच है कि कोरोनाकाल किसी के लिए सुखद नहीं है. जो परिवार अपने छोटे-मोटे रोजगार के सहारे थे उनके लिए तो मुसीबत और गहरी है. घर में बेटी की शादी पहले से तय है तो इसे पूरा कराना और भी बड़ी चुनौती है. ऐसे ही संकट से जूझ रहे एसजीएम नगर, नियर नूरानी मस्जिद निवासी, मोहम्मद तोहिद की बेटी की शादी के लिए जमीअत उलमा फरीदाबाद (Jamiat Ulma Faridabad) ने मदद का हाथ बढ़ाया है.

मोहम्मद तोहिद की बेटी सोफिया का विवाह 20 फरवरी को था. जिसमें मौलाना अशरफ अली, नायब सदर- मुत्ताहिदा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और चंडीगढ़- जमीअत उलमा शादी में मदद की न सिर्फ भरोसा दिया बल्कि उक्त जरूरतमंद परिवार को ₹25000 नगद और 5 जोड़े कपड़े देकर मदद भी किया. इस मौके पर मौलाना अशरफ अली ने बताया कि जमीअत उलमा जरूरतमंदों की मदद में लगातार आगे रहती है. उन्होंने बताया कि सोफिया की शादी की खबर मिलने के बाद जब हमने पता किया तो मालूम हुआ कि सोफिया के पिता मोहम्मद तोहिद पेशे से साइकिल रिपेयरिंग का कार्य करते हैं लेकिन इस महामारी कोरोनाकाल में उनका कामकाज बंद हो गया. परिवार वालों को बेटी की शादी की चिंता बढ़ गई, कोई मदद की आस नहीं था. जब जमीअत उलमा को यह जानकारी हुई तो फौरी तौर पर मदद की आश्वासन दिया गया. मौलाना अशरफ अली ने सक्षम लोगों से अपील करते हुए कहा कि जरूरतमंदों की मदद करना हमारा फर्ज और इंसानियत की पहचान है. इसलिए सभी को आगे आकर अपने आसपास रह रहे जरूरतमंद लोगों की जैसे भी बने मदद अवश्य करें. इस मौके पर मोहम्मद अरशद, कलुआ खान मुअज्जिन, मौलवी शाहिद, हाफिज जाहिद, अब्दुल रशीद सहित कई स्थानीय लोग मौजूद रहे.

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Shafi-Author

Shafi Shiddique