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उद्यान विभाग द्वारा कृषक उन्पादक संघ व किसानों की बैठक का आयोजन हुआ

Pnn/ Faridabad:  जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि आज बुधवार को उद्यान विभाग फरीदाबाद द्वारा गाँव-छांयसा मे कृषक उन्पादक संघ व किसानों की एक आम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कृषक उन्पादक संघ व कलस्टर के लगभग 100 किसानों ने भाग लिया। इस बैठक में उपस्थित किसानों व कृषक उन्पादक संघ के सदस्यों को कृषक उन्पादक संघों को सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं एवं योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ-साथ इसी गाँव में ग्राम स्तरीय जागरूकता कैम्प भी आयोजित किया गया। तथा इन्ही कैम्पों की श्रृंखला में लहडौला, प्याला, नंगला गुजरान गाँवों मे ग्राम स्तरीय जागरूकता कैम्पों के आयोजन किए गए। इन जागरूकता कैम्पों में गाँवों के किसान सरपंच/पंचायत प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इन जागरूकता कैम्पों में मेरी फसल-मेरा ब्यौरा, मेरा पानी-मेरी विरासत, मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना, भावान्तर भरपाई योजना व विभागीय योजनाओं के पंजीकरण करने हेतू व प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने व जल शक्ति अभिायान के बारे मे किसानों को विस्तार से जानकारी दी गई। उक्त कैम्पों में बागवानी अधिकारियों द्वारा किसानों को विभागीय योजनाओं से रूबरू करवाया गया। इसके अतिरिक्त बागवानी विभाग द्वारा किसानों को योजनाओं के पम्पलेट्स भी वितरित किए गए ताकि किसान ज्यादा से ज्यादा योजनाओं का लाभ ले सके। तथा इस कैम्प मे विभाग की सभी योजनाओं के बारे मे किसानों को विस्तार पूर्वक अवगत कराया। इसी प्रकार से जिला फरीदाबाद के सभी गाँवों मे जागरूकता कैम्प आयोजित किए जाएँगे। तथा जिला फरीदाबाद के सभी गाँवों में कैम्पों के आयोजन माह जून तक कर दिए जाएँगे।
जिला उद्यान अधिकारी ने किसानों से आहवान किया की किसान विभागीय योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा अपनाएँ। जिससे किसान बागवानी फसले लेकर अपनी आय बढा सकें। उन्होने किसानों से आहवान किया की विभागीय योजना मेरा पानी मेरी विरासत को अपनाकर धान की फसल को छोडकर बागवानी फसलें अपनाएँ जिससे पानी की बचत हो सके तथा अधिक आय प्राप्त कर सकें। खेतों मे फलदार पौधे के बाग लगाने वाले किसानों को बागवानी विभाग अब ज्यादा अनुरान देगा। अब विभाग ने किसानों को मिलने वाली अनुदान राशि को 50प्रतिशत तक कर दिया है। बाग लगाने वाले किसानों को अनुदान राशि तीन भागो में दी जाएगी।
जिला उद्यान अधिकारी ने आगे बताया कि अधिक अनुदान राशि देकर सरकार का मकसद किसानों की आय व फलों के उत्पादन को बढाना है। एक किसान को अधिकतम 10एकड़ बाग तक अनुदान राशि दी जा सकती है। बाग लगाने वाले किसानों को चार श्रेणीयों मे अलग-2 मिलेगी अनुदान राशिः- पहली श्रेणी मे एक एकड़ मे छःगसात मीटर की दूरी पर 95 पौध लगाए जाएँगे। इसमें अमरूद, बेर, नींबू , मौसमी के पौधे हो सकते है। इसमें जो किसान धान की फसल की जगह बाग लगायेंगे उन्हें 32500 रूपए प्रति एकड़ व जो किसान सामान्य जगह पर बाग़ लगायेंगे उन्हें 25500 रूपए प्रति एकड़ सब्सिडी मिलेगी। पहले साल जो किसान धान की फसल की जगह बाग लगायेंगे उन्हें  19500 रूपए व सामान्य जगह पर बाग लगाने वाले किसानो को 12500 रूपए दिए जायेंगे , दुसरे व तीसरे साल 6500 – 6500 रूपए दिए जाएँगे । दूसरी केटेगरी में छह x छह मीटर पर एक एकड़ में 110 या इससे ज्यादा पौधे अमरुद, निम्बू आदि  के फलदार  पौधे लगेंगे । इसमें जो  किसान धान की फसल की जगह बाग लगायेंगे उन्हें 50 हजार रूपए प्रति एकड़ व जो किसान सामान्य जगह पर बाग़ लगायेंगे उन्हें 43000 रूपए प्रति एकड़ सब्सिडी मिलेगी । पहले वर्ष किसान को धान की फसल की जगह बाग़ लगाने पर 30 हजार व सामान्य जगह पर बाग लगाने पर 23000 रूपए दिए जायेंगे, दुसरे व तीसरे साल 10-10 हजार रूपए प्रति एकड़ मिलेंगे । चोथी केटेगरी  में आठ x  आठ मीटर दूरी पर टिश्यू कल्चर खजूर के बाग़ लगाने पर 1 लाख 40 हजार रूपए सब्सिडी मिलेगी । इसमें ज्यादातर खजूर के पौधे लगते हैं ।  पहले साल किसान को 84 हजार, दुसरे व तीसरे साल 28-28 हजार रूपए सब्सिडी मिलेगी ।  सरकार ने बाग़ लगाने वालों को अब 50 प्रतिशत सब्सिडी देने का निर्णय लिया है । सब्सिडी से किसान का खुद का खर्च बहुत कम हो जाता है । बागवानी में सामान्य फसलों से कहीं ज्यादा आय प्राप्त होती है । सब्सिडी के लिए किसान कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं ।
जगरूकता कैम्प में अधिकारीयों ने विभाग की  मुख्य योजनाओं के बार मे किसानों को विस्तार से जानकारी दी जिनका ब्यौरा इस प्रकार से हैः- सीसीडीपी (फसल कलस्टर विकास प्रोग्राम) योजना के अंतर्गत सब्जी उत्पादन पर 15000/-एकड़, मल्चिंग 6400/-रूपये एकड़, प्लास्टिक टनल पर रूपये 14.50प्रति वर्ग मीटर (कवर्ड क्षेत्र के आधार पर) , बांस स्टैकिंग पर 31250/-रूपये प्रति एकड़, आयरन स्टैकिंग पर 70500/-रूपये प्रति एकड़, अनुदान बागवानी विभाग द्वारा किसानों को दिया जाता है। पैक हाउस पर 165000/-रूपये प्रति इकाई, कम लागत प्याज भंडारण पर 87500/-रूपये प्रति इकाई, नेट हाउस (फ्लैट शेप पर 370/-sqm, नेट हाउस (केबल प्रलीन) पर 305.5/-sqm, मधुमक्खी पालन पर 85%  राशि दी जाती है।
इसके अतिरिक्त GAP ( अच्छी कृषि पद्धतिया स्कीम) के अंतर्गत  Solar LED Trap पर 3000/- प्रति इकाई, फिरोमोन ट्रैप पर 18/-प्रति ट्रैप, और SCSP योजना में  अनुसूचित जाति/ जनजाति के किसानों के लिए मशरूम उत्पादन पर 25500/-रूपये प्रति 100 ट्रै, बांस स्टैकिंग पर 53125/-रूपये प्रति एकड़, आयरन स्टैकिंग पर 119850/-रूपये प्रति एकड़ अनुदान राशि दी जाती है। जिला बागवानी विभाग फरीदाबाद द्वारा वर्ष 2022-23 में किसानो के लिए मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना व भावांतर भरपाई योजना शुरू की गई है। मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना के अंतर्गत 21 फसले शामिल की गई है जिसमें 14 सब्जियां (टमाटर, प्याज, आलू, फूलगोभी, बन्दगोभी, गाजर, मटर, मिर्च, शिमला मिर्च, भिन्डी, घीया, करेला, बैगन, मूली), 2 मसाला फसलें (हल्दी, लहसुन) व 5 फलदार फसलें (सिट्रस, अमरुद, बेर, आम, लीची) हैं। ओलावृष्टि, जलभराव, आगजनी आदि किसी प्राकृतिक आपदा के कारण फसल में नुकसान होने पर सब्जी में 750 रुपये प्रीमियम भरने पर किसान को (0-50)% नुकसान पर 15000 रुपये, (50-75)% नुकसान पर 22500 रुपये, (75-100)% नुकसान होने पर 30000 रुपये अनुदान राशि दी जाती है। फलों में 1000 रुपये प्रीमियम भरने पर किसान को (0-50)% नुकसान पर 20000 रुपये, (50-75)% नुकसान पर 30000 रुपये, (75-100)% नुकसान होने पर 40000 रुपये अनुदान राशि दी जाती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान द्वारा मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना व मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। भावान्तर भरपाई योजना के अंतर्गत भी उपरोक्त 21 फसलें (14 सब्जियां, 2 मसाले व 5 फलदार फसलें) शामिल हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान द्वारा मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना व जे-फॉर्म भरना अनिवार्य है।

 

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Shafi-Author

Shafi Shiddique