PNN India: कोरोना वायरस (Coronavirus) से चल रही लंबी लड़ाई के बीच केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि जनवरी तक भारत की अपनी वैक्सीन होगी। हर्षवर्धन ने कहा कि Vaccine के क्षेत्र में हम दुनिया के किसी भी देश से पीछे नहीं हैं। हम वैक्सीन पर लगातार काम कर रहे हैं, जिसके चलते 2021 की शुरुआत में भारत में वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के वैक्सीन वितरण में प्राथमिकता दिया जाना स्वाभाविक है। जब कोई टीका उपलब्ध होगा तो सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों और 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वरीयता दी जाएगी।
हर्षवर्धन ने कहा कि अगले साल जुलाई-अगस्त तक 40-50 करोड़ खुराक उपलब्ध होंगी। इनके वितरण की भी पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। उन्होंने कहा, ‘मौजूदा हालात और वायरस की मारक क्षमता को देखते यह निर्णय लिया गया है कि सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मी यानि कोरोना वॉरियर्स को टीका दिया जाएगा। इसके बाद 65 साल से अधिक आयु के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। फिर 50-65 साल की आयु वाले लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।’
किसको पहले वैक्सीन दी जाएगी, इसका निर्णय कैसे लिया गया? इसके जवाब में हर्षवर्धन ने कहा कि यह विशेषज्ञों द्वारा वैज्ञानिक दृष्टिकोण से फैसला किया जा रहा है। हमने इसको लेकर पूरी योजना तैयार कर ली है। अगले साल मार्च-अप्रैल में हमें क्या करना है, हमने अभी से ही इसकी योजना बनानी शुरू कर दी है।
बता दें कि भारत में गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 45,576 नए मामले सामने आने से कुल संख्या बढ़कर 89,58,483 हो गई है। ऐसे में जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बन जाती है, तब तक बचाव ही इसका उपाय है। हर्षवर्धन ने बताया कि लोगों को मास्क और शारीरिक दूरी को पूरा ध्यान रखना चाहिए। लगातार हाथ धोते रहना चाहिए। तभी इस जानलेवा वायस से बचा जा सकता है।
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