PNN/ Faridabad: यूनाईटेड प्राईवेट स्कूल्स एसोसिएशन (United Private Schools Association) की एक आवश्यक बैठक मुख्य कार्यालय नंगला चौक स्थित कर्म भूमि सी.सै. स्कूल परिसर में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता यूनाईटेड प्राईवेट स्कूल्स एसोसिएशन के प्रधान नंदराम पाहिल ने की। जबकि विशेष रूप से एसोसिएशन के महासचिव राजेश मदान, सीनियर वाइस प्रैसीडेंट त्रिलोक तंवर, ज्वाईंट सैकेट्री मानव शर्मा, कोषाध्यक्ष अमित जैन सहित अन्य कार्यकारिणी सदस्य मौजूद थे।
बैठक में उपस्थित शिक्षाविदें को सम्बोधित करते हुए प्रधान नंदराम पाहिल ने कहा कि जैसे-जैसे वैश्विक महामारी कोरोना का प्रभाव धीरे-धीरे कम हो रहा है, यह एक अच्छी बात है। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिसके तहत बाजार, मॉल, धार्मिक स्थल, होटल्स व शादी समारोह के लिए छूट दी गई है। इसी कोरोनाकाल के दौरान अगर सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है तो वह शिक्षा जगत तथा विद्यार्थियों का हुआ है। पिछला शिक्षा सत्र भी कोरोना की भेंट चढ़ गया और अब भी इस सत्र के तीन माह भी पढ़ाई नहीं हुई। जिससे विद्यार्थियों का खासा नुकसान हुआ है। इस वर्ष तो जैसे-तैसे सरकार की अनुकम्पा से छात्र अगली कक्षाओं में प्रमोट हो गए है। परन्तु छात्रों की नींव कमजोर हो रही है। जो आगे चलकर एक समस्या बन सकती है। हालांकि ज्यादातर स्कूलों का प्रयास रहा था कि छात्रों को ऑनलाईन शिक्षा मिलें। परन्तु सभी को नहीं मिली सकी। जिसका मुख्य कारण ज्यादातर परिवार ऐसे है जिनके पास न तो स्मार्ट फोन है और न ही लैपटॉप और बहुत से परिवार में तीन या चार बचे है तो वहां और भी समस्या आ रही है कि पहले कौन पढ़ेगा।
बैठक में मौजूद सभी शिक्षाविदें ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर तथा केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से गुहार लगाई है कि बच्चों की शिक्षा को देखते हुए प्रदेश सरकार छात्रों के लिए स्कूलों को भी खोल दे ताकि छात्र सही ढंग से अपनी पढ़ाई शुरू कर सकें और उनका जीवन अंधकारमय न रहे। सभी शिक्षाविदें ने सरकार को आश्वासन दिया है कि सभी विद्यालय पूरी तरह से कोरोना नियमों का पालन करेंगे क्योंकि छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों का स्वास्थ्य भी सर्वोपरि है।
इस मौके पर सभी ने एक मत से निर्णय लेकर जिला उपायुक्त व जिला शिक्षा अधिकारी की मार्फत ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।