डॉ कफ़ील खान की टीम ने चमकी बीमारी से ग्रस्त बच्चों का किया इलाज
PNN/ Lucknow: चमकी बीमारी से ग्रस्त बिहार के चकिया पूर्वी चंपारन में डॉ कफ़ील खान ने अपने चौथे दिन के चिकित्सकीय दौरे पर आज अपने टीम के साथ तकरीबन 111 नवजात बच्चों की जाँच कर जरुरी दवाइयां और बचाव की जानकारी दी गयी. तत्पश्चात टीम ने नीम चौक मुज़फ़्फ़रपुर में 176 बच्चों को जांच किया गया. यह शिविर रात 8 बजे तक चलता रहा. डॉ खान ने बिसंपूर मुर्राटोला भी गए जहां चमकी बीमारी से 4 बच्चों की मृत हो गया था।
इस मौके पर डॉ कफ़ील खान ने इकट्ठा हुए लोगों को चमकी बीमारी से बचाव के बारे में जानकारी दी.
चमकी बुखार के लक्षण
तेज बुखार आना, चमकी व पूरे शरीर में ऐंठन होना, दांत पर दांत लगाना, बच्चे का सुस्त होना, बेहोश होना, चिउंटी काटने पर भी शरीर में कोई हरकत नहीं होना शामिल है।
क्या करना चाहिए
तेज बुखार होने पर ताजे पानी से पोछने साथ साथ पंखे का हवा देना चाहिए। ताकि बुखार एक सौ से कम हो सके। पारासीटामोल की गोली या सिरफ चिकित्सकीय सलाहनुसार दें। बेहोशी स्थिति में नहीं रहने पर ताजे पानी में ओआरएस का घोल दें। बेहोशी की स्थिति में हवादार जगहों पर लिटाएं। चमकी आने की स्थिति में बाएं या दाएं करवट लिटाकर ले जाएं।