उत्तराखंड में AAP के CM चेहरा होंगे कर्नल अजय कोठियाल, पार्टी ने इस कारण चुना
PNN/ Faridabad: उत्तराखंड में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव (Uttarakhand assembly elections) में पूर्व कर्नल अजय कोठियाल (Colonel Ajay Kothiyal) आम आदमी पार्टी (AAP) के सीएम का चेहरा होंगे. ‘आप’ संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को यह घोषणा की. देहरादून में प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने कहा, ‘आज मैं दो बड़ी घोषणा करने आया हूं. पहली घोषणा यह कि आने वाले चुनाव में उत्तराखंड राज्य के लिए ‘आप’ के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कर्नल अजय कोठियाल होंगे. कुछ दिन पहले उपमुख्यमंत्री यहां आए थे, उसके बाद हमने सर्वे कराया. लोगों ने कहा जब से उत्तराखंड का गठन हुआ है तब से कुछ चंद पार्टियों ने राज्य को पूरी तरह से लूट लिया. लोगों ने कहा अब हमें नेता नहीं चाहिये, अब हमें एक देशभक्त फौजी चाहिए. ऐसा नेता चाहिए जो अपना घर भरने के बजाए उत्तराखंड का विकास करे, मां भारती की सेवा करे.’
तीरथ सिंह रावत के खिलाफ लड़ने वाले थे चुनाव
कर्नल अजय कोठियाल ने इसी साल जुलाई महीने में आम आदमी पार्टी जॉइन की थी. पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के गंगोत्री से उपचुनाव लड़ने की अटकलों के बीच आप ने उनके मुकाबले कर्नल कोठियाल को उतारने का ऐलान कर दिया था. हालांकि उससे पहले ही तीरथ सिंह रावत को इस्तीफा देना पड़ गया था.
आप का 300 यूनिट मुफ्त बिजली का वादा
अगले साल होने वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी भी ताल ठोक रही है. यही वजह है कि सीएम केजरीवाल राज्य में लगातार दौरे कर रहे हैं. इससे पहले अपने दौरे में उन्होंने उत्तराखंड में सरकार बनने पर 300 यूनिट फ्री बिजली का वादा किया था.
सीएम फेस की रेस में सबसे आगे था नाम
आप के सीएम फेस के लिए रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल का नाम सबसे आगे चल रहा था. इसके संकेत पिछले दिनों उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी उत्तराखंड दौरे पर दिए थे. इस दौरान सिसोदिया ने कहा था, ‘हमारी पार्टी रिटायर्ड कर्नल कोठियाल के चेहरे पर उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है और यह माना जा रहा है कि जल्दी ही इसका औपचारिक ऐलान किया जाएगा.’
कौन हैं कर्नल अजय कोठियाल
कर्नल अजय कोठियाल सेना से रिटायर्ड हो चुके हैं. उनका जन्म 26 फरवरी 1968 को गुरदासपुर में हुआ था. वह दो बार एवरेस्ट विजेता रह चुके हैं. उन्होंने एवरेस्ट अभियान का नेतृत्व किया. इसके अलावा केदारनाथ पुनर्निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाई. नंदा देवी राजजात 2014 का संचालन किया. सेना के कई अभियानों को अंजाम देने के साथ उन्होंने यूथ फाउंडेशन के जरिए युवाओं को जोड़ा.
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