डॉ भीमराव अंबेडकर अपना जीवन दलित, पिछड़े और शोषित लोगों के उत्थान में लगा दिया: मेहरचंद हसाना
PNN/ Faridabad: भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर एक एसे विचारक का नाम है जिन्होंने अपना सारा जीवन दलित, पिछड़े और शोषित लोगों के उत्थान में लगा दिया. यह विचार प्रधान मेहरचंद हरसाना, वरिष्ठ बसपा नेता एवं समाजसेवी वार्ड-9 ने आज अम्बेडकर जयंती के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों में उपस्थित लोगों को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए कहा.
इस दौरान उन्होंने होली फेथ स्कूल चौक, नगला एनक्लेव पार्ट-2 में डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में लोगो को सम्बोधित किया. मेहरचंद हरसाना ने कहा कि डॉ भीम राव अम्बेडकर ने संविधान निर्माण के साथ-साथ भारतीयों में आधुनिक सोच की नींव भी डालने की महवपूर्ण भूमिका निभाई. जिन्होंने भारत के संविधान निर्माता, चिंतक, समाज सुधारक के रूप में आज भी हर भारत वासी के दिल मे अपनी एक अगल पहचान है. उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में 14 अप्रैल 1891 को हुआ था. भीमराव रामजी अंबेडकर को बाबा साहेब के नाम से भी पहचाना जाना जाता है. डॉ अम्बेडकर भारतीय राजनीतिज्ञ, न्यायविद और अर्थशास्त्री के रूप में भी जाने जाते हैं. हरसाना ने कहा कि बाबा साहेब ने बेहतर सामाजिक व्यवस्था के लिए लड़ाई लड़ी और छुआछूत के खिलाफ भेदभाव का विरोध किया, जिनके अथक प्रयासों की जितनी भी प्रशंसा की जाये वह कम है. इस दौरान डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती के अवसर पर भंडारे का भी आयोजन किया गया था.
इस अवसर पर यादराम, अमर सिंह, पूरण, डॉ शशि, साहब सिंह, गोकल, भारत सिंह, सोहनलाल मांगी, संजय सिंह, हरिओम, सुरेश, प्रीतम सिंह बावरिया, पोसवाल, रवि बैसला, जगदीश बैसला के अलावा समस्त बसपा टीम और कार्यकर्तागण वार्ड-9 से उपस्थित रहे.
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