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सावधान टिड्डी दल यूपी के इन जिलों में कर सकता है अटैक, गोरखपुर अलर्ट

PNN India: कोरोना वायरस की महामारी के कारण पहले ही मुश्किल में फंसे देश के किसानों की मुश्किलें पाकिस्‍तान से आए टिड्ड‍ियों के दल (Locusts Attack) ने और बढ़ा दी है.

मध्‍यप्रदेश, राजस्‍थान और यूपी जैसे प्रदेश का टिड्ड‍ियों की यह मार झेलनी पड़ी है. इस आपदा को समय रहते काबू नहीं किया तो कई तरह की फसलें बर्बाद हो सकती है.

जीपीएस और गूगल मैपिंग से टिड्डी दल की हो रही है निगरानी

जीपीएस और गूगल मैपिंग से टिड्डी दल की निगरानी की जा रही है और इस समय एक दल झांसी के आसपास देखा गया है। यूपी में टिड्डी के दो दलों के प्रवेश करने की जानकारी मिल रही है।

कहां से आया टिड्डी दल

टिड्डयों का ये दल पाकिस्तान से भारत में आया है। तीन दलों में बंटी टिड्डियां अबतक गुजरात, राज्स्थान और मध्यप्रदेश में हमला कर चुकी हैं। यहां पर कई बीघा फसल चट करने के बाद अब यूपी में प्रवेश कर गई हैं। बीते दिवस उन्नाव में एक टिड्डी दल ने हमला किया है। उन्नाव में टिड्डियों ने आसीवन और सफीपुर क्षेत्र के कई किसानों को लाखों की चपत लगाते हुए कई बीघे मक्का और गन्ने की फसल चट कर गई हैं। इसके साथ कानपुर, मथुरा, आगरा, झांसी, इटावा, कन्नौज और गोरखपुर में भी खतरा मंडरा रहा है। इन जिलों में भी अलर्ट जारी किया गया।

रात में करता हमला, सुबह हवा की दिशा में फिर भरता उड़ान

कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार 25 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा की दिशा में उड़ने वाला टिड्डी का दल रात में हमला करता है। एक टिड्डी दल आठ से दस घंटे में करीब सौ किमी का सफर करता है। एक बार भोजन के बाद जब सौ किमी उड़ता है और फिर भूख लगते ही वहां के क्षेत्र में पड़ने वाली फसल को चट कर जाता है। बताया गया है कि टिड्डी दल रात में पेड़ और फसलों पर ही बैठता है और फिर सूर्य की पहली किरण निकलते ही फिर उड़ान भरता है। उन्नाव के डिप्टी डायरेक्टर कृषि डॉ. नंदकिशोर ने बताया कि मौजूदा समय में टिड्डियों के दो दल उड़ रहे हैं, उनकी लोकेशन चेक करने के लिए झुंड को गूगल और जीपीएस के माध्यम से भी कवर किया जा रहा है। यह रात में खेतों पर बैठकर फसल चट करने के बाद सुबह उड़ान भर लेता है। ऐसे कीटों की उम्र अलग-अलग प्रजातियों के हिसाब से होती है। 

गोरखपुर में भी फसलों पर हमला कर सकता है टिड्डी दल, बचाव के लिए इस विभाग ने दी ये खास सलाह

आशंका है कि राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में फसलों को बर्बाद कर चुका टिड्डी दल गोरखपुर में भी फसलों पर हमला कर दे। हालांकि अभी यह गोरखपुर से सैकड़ों किलोमीटर दूर झांसी के आसपास है। कृषि विभाग की ओर से इसके लिए एडवाइजरी जारी करने की तैयारी है।

अपने वजन से भी ज्यादा खा सकते हैं। हरी पत्ती, फूल, बीज सभी को नष्ट कर देते हैं। टिड्डी दल के गोरखपुर में धावा बोलने पर अभी खेतों में लगी मक्का, मूंग समेत अन्य फसलों के अलावा आम, जामुन आदि को भी काफी नुकसान पहुंच सकता है।

जिला पौध संरक्षण अधिकारी संजय यादव ने बताया कि टिड्डी दल से फसलों, फलों आदि को बचाने के लिए क्लोरपाइरीफास, लेमडासाइहैलोथिन, मैलाथियान, फेनाइट्रोथियान, डेल्टामेथ्रीन, फिप्रोनिलया या मेटाराइजियम का छिड़काव किया जा सकता है। टिड्डी दल इस समय राजस्थान से सटे उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में फैला हुआ है।

इनके फिलहाल गोरखपुर पहुंचने की संभावना नहीं दिख रही है। फिर भी एहतियात के तौर किसानों को जल्द ही एडवाइजरी जारी की जाएगी।

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Shafi-Author

Shafi Shiddique