
PNN/ Faridabad: जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (NPCCHH) पर एक दिवसीय कार्यशाला बृहस्पतिवार को ट्रैफिक पुलिस-फरीदाबाद के साथ आयोजित की गई.
इस कार्यक्रम में शहर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विनय गुप्ता और डिप्टी सीएमओ डॉ गजराज के नेतृत्व में ‘The Clean Air We Share’ पर स्वास्थ्य विभाग की एनसीडी टीम में डॉ स्मृति, डॉक्टर रेयाना और रेखा द्वारा विस्तृत चर्चा किया गया. कार्यक्रम में डॉ स्मृति ने पावर पॉइंट प्रजेन्टेशन के जरिए जलवायु परिवर्तन के कारण और बचाव पर विस्तृत चर्चा की. डॉ स्मृति ने pnn को दी जानकारी में बताया कि भारत में सालाना 16 लाख से ज्यादा लोग वायु प्रदूषण के कारण अकाल मौत के शिकार होते हैं. शहरों में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण मोटर वाहन हैं लेकिन उसका सबसे ज्यादा नुकसान रिक्शा चालकों, दिहाड़ी मज़दूरों और फुटपाथ पर अपनी रोज़ी-रोटी जुटाने को मजबूर गरीब महिलाओं और पुरुषों को उठाना पड़ता है. जहां अमीर लोग अपने घरों में एयर-कन्डिशनर और एयर-प्योरिफायर जैसे यंत्र लगा रहे हैं, शहरों में रहने वाले एक बड़े वर्ग को दिन रात वायु प्रदूषण का सामना करना पड़ता है. यह पर्यावरणीय अन्याय का एक बड़ा उदाहरण है.
इस अवसर पर बोलते हुए, डॉ विनय गुप्ता ने वायु और जल प्रदूषण के बारे में जागरूकता लाने पर अधिक जोर दिया जो अंततः मानव स्वास्थ्य को बाधित करता है. डॉ विनय गुप्ता ने बताया कि फरीदाबाद में जहां भी जाम होता या फिर लंबा जाम लगता है तो उससे भी प्रदूषण फैलता है. ऐसे में कोशिश किया जाए कि कहीं लंबा जाम न लगे.
डिप्टी सीएमओ डॉ गजराज ने प्रतिभागियों को व्यक्तिगत स्तर पर जिम्मेदार होने और प्रकृति संरक्षण पर जागरूकता लाने के लिए बच्चों को महत्वपूर्ण माध्यम बनाने के लिए कहा.
